17 JUL 2018 AT 9:29

सोमनाथ सौराष्ट्र में, काशी में विश्वेश ,
महाँकाल उज्जैन में , शिवाले गुस मेश,
भीमशंकर डाकिनी , सेतु बंधे रामेश ,
त्रम्बकगोतमी तीर पर, दारुक बन नागेश ।
मल्लिकार्जुन श्री शैल पर, हिमगिरि पर केदार ।
चिता भोमो अस्थान पै वैधनाथ भवहार
ओंकार ममलेश्वर , रेवा तट दोई नाम
द्वादश ज्योतिर्लिंग को सदा करुं प्रणाम
श्रद्धा सहित जो ध्यावही निशदीन में दोई बार
सर्व पाप से मुक्त हो पावें सिद्धि अपार
Jay Shree Mahakal

- @Meri_Shayri