१९४७ को हम अंग्रेजों की गुलामी से आजाद कहां हुए? हम तो आज भी, आज़ादी के इतने वर्षों बाद भी अंग्रेज़ी बोल रहे हैं, अंग्रेज़ी संसद चला रहे हैं, अंग्रेज़ी कानून को मान रहे हैं, अंग्रेज़ी शिक्षा प्रणाली को अपनाये हुए हैं। और तो और हमारे हिन्दू केलेंडर विक्रम संवत को छोड़ अंग्रेज़ी कैलेंडर और अंग्रेज़ी नव वर्ष को आज भी हम धूम धाम से मना रहे हैं। बात सिर्फ भाषा या संस्कृति की नहीं है, बात राष्ट्र के हित की, राष्ट्र के सम्मान और स्वाभिमान की है।
हार्दिक पंड्या का गुजरात टाइटन्स को अलविदा कहना मुंबई इंडियंस का "हार्दिक स्वागत" वाला वीडियो रिलीज़ करना वो MI फैन्स का ग़ुस्से से हार्दिक पर बरसना वो GT फैन्स का हार्दिक पर मिम्स ठोकना "हार्दिक स्वागत" से वो MI की फ़ैन फ़ॉलॉइंग का गिरना ना GT फैन्स का प्यार मिला ना MI फैन्स का सपॉर्ट वो कहते हैं न, "न घर का न घाट का"
Life is beautiful but... You have to dig deeper into yourselves, Think about your journey, your priorities, Feel each & every emotion deeply. Like you cannot learn swimming on shallow water!Deeper you go, happier you become!