मंजिल मिल ही जाएगी भटकते ही सही!गुमराह तो वो है जो घर से निकले ही नहीं! -
मंजिल मिल ही जाएगी भटकते ही सही!गुमराह तो वो है जो घर से निकले ही नहीं!
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