ज़ख्म गहरे छपे है यू तो, सभी के दिल पर ओ शिमा!बस बात ये है,कोई उनकी बात नहीं करता । -
ज़ख्म गहरे छपे है यू तो, सभी के दिल पर ओ शिमा!बस बात ये है,कोई उनकी बात नहीं करता ।
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तेरा इश्क मुझे जुनैद कर गया,तमन्नाओ भरे दिल को,नाउम्मीद कर गया। -
तेरा इश्क मुझे जुनैद कर गया,तमन्नाओ भरे दिल को,नाउम्मीद कर गया।
जो उसे छू लेता, तो इश्क होता,मैंने उसे बस नज़र भर देखा है,इसलिए इबादत है । -
जो उसे छू लेता, तो इश्क होता,मैंने उसे बस नज़र भर देखा है,इसलिए इबादत है ।
उसके कपड़ों का रंग लाल था,उसे मैं छू न सका!मुझे बस यही मलाल था। -
उसके कपड़ों का रंग लाल था,उसे मैं छू न सका!मुझे बस यही मलाल था।
दिल टूटने की कोई आवाज़ नही होती,बस इक तड़पता हुआ दिल होता है, और भरी हुई आंखें। -
दिल टूटने की कोई आवाज़ नही होती,बस इक तड़पता हुआ दिल होता है, और भरी हुई आंखें।
ज़िन्दगी का ख़ैर किसे पता!चलो ना, एक-एक पल को मुक्कमल करते है। -
ज़िन्दगी का ख़ैर किसे पता!चलो ना, एक-एक पल को मुक्कमल करते है।
वक्त की चादर तू ओढ़े,और मै रैना बन जाऊंगी,फिर चांद कभी ना रुखसत होगा,कुछ यूं तुझमें ढल जाऊंगी। -
वक्त की चादर तू ओढ़े,और मै रैना बन जाऊंगी,फिर चांद कभी ना रुखसत होगा,कुछ यूं तुझमें ढल जाऊंगी।
खुशनुमा और रंगीन मुस्कुराहटें तो है यहां,पर मेरा दिल कहीं बैठकर,किसी के दिल की सुनने को करता है,या कोई हो जो मेरी सुनले,तो वो भी सही। -
खुशनुमा और रंगीन मुस्कुराहटें तो है यहां,पर मेरा दिल कहीं बैठकर,किसी के दिल की सुनने को करता है,या कोई हो जो मेरी सुनले,तो वो भी सही।
जब ना दिल कहीं लगता है,और दिमाग़ बेफिजूल बातों से थक जाता है,तब मै बैठ जाती हूं,अपने दिल से बहते हुए विचारों को,अपनी कलम से आज़ाद करने के लिए। -
जब ना दिल कहीं लगता है,और दिमाग़ बेफिजूल बातों से थक जाता है,तब मै बैठ जाती हूं,अपने दिल से बहते हुए विचारों को,अपनी कलम से आज़ाद करने के लिए।
जब जब उसकी आहट हुईं,हम कहीं मशगूल थे,कमबख्त ज़िन्दगी ने,ना इश्क़ करने दिया और ना ही कोई काम । -
जब जब उसकी आहट हुईं,हम कहीं मशगूल थे,कमबख्त ज़िन्दगी ने,ना इश्क़ करने दिया और ना ही कोई काम ।