नन्ही चींटी जब दाना लेकर चलती है
चढ़ती दीवारों पर , सौ बार फ़िसलती है
मन का विश्वास रगो में साहस भरता है
चढ़कर गिरना ,गिरकर चढ़ना न अखरता है
"फिर भी "उसकी मेहनत बेकार नहीं होती
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
हरिवंशराय 'बच्चन'- Shivam singh
23 JUL 2018 AT 21:41