तुम तो जल चक्र की प्रक्रिया हो।
तुम्हें याद कर मेरे अंदर वषृण की
होती जैसे प्रतिक्रिया हो।।
मन में काले बादल से छा जाते हैं।
दिल में बिजली सी कडकती हैं।
फिर तेरी याद आंसू बनके इन आँखों से बरसती है।।।।।- Mr.singh
27 DEC 2019 AT 22:14
तुम तो जल चक्र की प्रक्रिया हो।
तुम्हें याद कर मेरे अंदर वषृण की
होती जैसे प्रतिक्रिया हो।।
मन में काले बादल से छा जाते हैं।
दिल में बिजली सी कडकती हैं।
फिर तेरी याद आंसू बनके इन आँखों से बरसती है।।।।।- Mr.singh