यादों ने ली हैं करवटें अब तोह ,शायद दिल के घाव भरने शुरु हुए हैं! -
यादों ने ली हैं करवटें अब तोह ,शायद दिल के घाव भरने शुरु हुए हैं!
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कुछ हैं तुमसा इस शाम मैं ,हर रोज़ कहा खिलती है ! -
कुछ हैं तुमसा इस शाम मैं ,हर रोज़ कहा खिलती है !
~एक ज़िक्र~उसने यूहीं पूछा की ,बताओ आपकी पसंदीदा किताब कोनसी हैं !?और में ,उसकी आँखों को देख कर खामोश हो गई ... -
~एक ज़िक्र~उसने यूहीं पूछा की ,बताओ आपकी पसंदीदा किताब कोनसी हैं !?और में ,उसकी आँखों को देख कर खामोश हो गई ...
वैसे ,किताबें तो तुम्हारा पहला इश्क था ना ?तो एक बार हमें भी पढ़ लेते ,सिर्फ सारांश सी जगह तो चाहती थी में ! -
वैसे ,किताबें तो तुम्हारा पहला इश्क था ना ?तो एक बार हमें भी पढ़ लेते ,सिर्फ सारांश सी जगह तो चाहती थी में !
ऐ खुदा, दिल देना तो प्रकृती जैसा,चाहे गम में हो या ख़ुशी में बस सुकून की ही महेक दे। -
ऐ खुदा, दिल देना तो प्रकृती जैसा,चाहे गम में हो या ख़ुशी में बस सुकून की ही महेक दे।
कर ली हैं अब अकेलेपन से दोस्ती ,और हाँ,अब यूहीं मनों मन मुस्कुरा लेती हूँ ,यादों की परछाई से! -
कर ली हैं अब अकेलेपन से दोस्ती ,और हाँ,अब यूहीं मनों मन मुस्कुरा लेती हूँ ,यादों की परछाई से!
माना कि हम शिकायत नहीं करते, पर आप को तोसमज जाना चाहिए था,कि तकलीफ हमें भी तो हुई है! -
माना कि हम शिकायत नहीं करते, पर आप को तोसमज जाना चाहिए था,कि तकलीफ हमें भी तो हुई है!
अभी तो पुराने जख्मो का सवेरा हुआ भी नहीं था,और तुम फिर से ददॅ ले आई! -
अभी तो पुराने जख्मो का सवेरा हुआ भी नहीं था,और तुम फिर से ददॅ ले आई!
ढूँढ रही थी और तभी ही यादों की अलमारी में,से आवाज़ आई। -
ढूँढ रही थी और तभी ही यादों की अलमारी में,से आवाज़ आई।
जैसे दिल में अभी भी है कहिं वो बचपन का शौर ,बस , गूम तों है सिर्फ वो मासूमियत भरी मुस्कान । -
जैसे दिल में अभी भी है कहिं वो बचपन का शौर ,बस , गूम तों है सिर्फ वो मासूमियत भरी मुस्कान ।