13 APR 2021 AT 11:39

रुका नहीं सैलाब प्रेम का, मानो रेतीला तूफान हुआ
प्रेमिका को पाने को, मानो दिल में कोई भूचाल हुआ
फिसल गई मुट्ठी से रेत जैसी,और दिल मेरा सुनसान हुआ।

- Naveen sharma