तू मुझे रिझाने की कोशिश कर रही है,अपनी खूबियों से, अपनी कामयाबियों से,मैंने तुझे तेरी सब कमियों, सब नाकामियों के साथ अपनाया है।मुझे कोई तलब नहीं उनकी। उनकी बस इतनी ही कीमत है मेरे लिए, कि उनसे तेरे चेहरे पर मुस्कान आती है। -
तू मुझे रिझाने की कोशिश कर रही है,अपनी खूबियों से, अपनी कामयाबियों से,मैंने तुझे तेरी सब कमियों, सब नाकामियों के साथ अपनाया है।मुझे कोई तलब नहीं उनकी। उनकी बस इतनी ही कीमत है मेरे लिए, कि उनसे तेरे चेहरे पर मुस्कान आती है।
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