ये वादियां ये हवाएँ
क्या दिल चुराने के लिए
कम थे?
उपर से तम्हारा मुझे
शरमाते हुए, यूँ
प्यार से देखना।।
उफ़...!!
घायल कर...साँसे तक ले गए।
Shamim Merchant
- Shamim Merchant
21 OCT 2020 AT 9:26
ये वादियां ये हवाएँ
क्या दिल चुराने के लिए
कम थे?
उपर से तम्हारा मुझे
शरमाते हुए, यूँ
प्यार से देखना।।
उफ़...!!
घायल कर...साँसे तक ले गए।
Shamim Merchant
- Shamim Merchant