25 OCT 2020 AT 18:11

कितनी भी उचाई
पर हम खड़े रहे
परिंदे सी उड़ान
नहीं भर सकते।
उस उड़ान को
सिर्फ महसूस
कर सकते है
या ख्वाबों में
या अपनी कामयाबियों में।

- Shamim Merchant