कई पथरीले रास्तो
से गुज़र चुके
कई दुख सहे और
अनगिनत आँसू बहे गए
अब ज़िन्दगी को
दुबारा समेटना है
नए रास्ते और
नई मन्ज़िले ढूंढनी हैं
Shamim Merchant
- Shamim Merchant
23 OCT 2020 AT 14:59
कई पथरीले रास्तो
से गुज़र चुके
कई दुख सहे और
अनगिनत आँसू बहे गए
अब ज़िन्दगी को
दुबारा समेटना है
नए रास्ते और
नई मन्ज़िले ढूंढनी हैं
Shamim Merchant
- Shamim Merchant