5 APR 2023 AT 8:07

कई लोग नज़र आए;
कुछ अपने, कुछ पराए।
कोई मुस्कान दे गया, तो कोई आंसु।
उन्हीं सारी यादों से गुज़र ते हुए;
आज हम नई यादें बनाने चले।

- Shamim Merchant