9 NOV 2020 AT 8:16

खज़ाना बन सकता है
फैलाओ हाथ
किसी का दो साथ
बांधो आशा की किरन
बाँटो अपनापन
यकीनन ये संसार
खुशियों का खजाना
बन सकता है।

- Shamim Merchant