20 OCT 2020 AT 9:51



अल्फाज़ों की
अपनी ही बनाई हुई
जहाँ परिंदे चाहे समंदर में तेरें
और मछलियां
आसमान में उड़ान भरे
जहा पानी भी मीठा हो
और लोग भी
एक अलग सी दुनियां
बस कलम चलाने की देर है।
Shamim Merchant

- Shamim Merchant