5 NOV 2020 AT 13:30

ऐसे केसे कोई दुविधा नहीं
जीवन में?
🤗🤗
रोज़ मर्रा के,
हल्की फुल्की परेशनियों
को दुविधा न समझ लेना।
जब छत पर आग लग जाए,
तब परेशान होना।

- Shamim Merchant