ख्वाईश तो थी, दरिया-ए-ईश्क़ में डूब जाने की,मगर लैहेरोने पहले ही बाहर कर दिया। - Shahidhusen Saiyed
ख्वाईश तो थी, दरिया-ए-ईश्क़ में डूब जाने की,मगर लैहेरोने पहले ही बाहर कर दिया।
- Shahidhusen Saiyed