मैं अपने जिस्म से तेरे जिस्म तक आया हूं ,
खुद से मिलने मैं बहुत दूर तक आया हूं ।-
वो अशआर जो मेरे दिल के बहुत करीब ... read more
की , तू जाग जाया कर ,
जब कोई चीख सुनाई दे ।
तेरे अंधेरों में कई रोशनी तबाह हो जाती है ।-
तुझे इतना चाहूँ कि तेरा जहाँ खिल उठे,
तेरी रूह भी मेरी मोहब्बत से रोशन हो उठे।-
गाँव के स्कूल की पुरानी दीवारों में बैठी थी रुख़सार। किताब फटी हुई थी, मगर सपने चमकते थे।
लड़के ताना मारते — “लड़कियाँ पढ़कर क्या करेंगी?”
रुख़सार ने बस मुस्कुराकर कहा —
“किताबें ही मुझे उस जगह ले जाएँगी जहाँ ताने नहीं, ताली बजती है।”
सालों बाद, वही Classroom में वो अध्यापिका बनकर लौटी।
इस बार हर लड़की पहली बेंच पर बैठी थी।-
वो औरत है…
जो अपमान को चुपचाप सह लेती है,
मगर जब बोलती है,
तो सदियों की बेड़ियाँ टूट जाती हैं।-
हर खामोश लफ़्ज़ में मेरी तन्हाई छुपी है,
हर मुस्कान में मेरे अन्दर की दुनिया झलकती है।-
वो साँसें जो सिर्फ़ तुम्हारे नाम से चलती हैं,
उनका भरोसा बनना, उसे तोड़ मत जाना।-