इतना तो कभी खुदके लिए नही सोचाजीतना तेरी खुशियों के लिए सोचने लगा हु आजकल -
इतना तो कभी खुदके लिए नही सोचाजीतना तेरी खुशियों के लिए सोचने लगा हु आजकल
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बुखार होता उसको हैजान मेरी निकल जाती है -
बुखार होता उसको हैजान मेरी निकल जाती है
नाजाने कैसेसन्नाटो में सुकून मिलने लगा है -
नाजाने कैसेसन्नाटो में सुकून मिलने लगा है
ये बहाने जो रोज मिलने के हमसे बनाते होकैसे चाँद का दीदार हमें दिन में भी करवाते हो -
ये बहाने जो रोज मिलने के हमसे बनाते होकैसे चाँद का दीदार हमें दिन में भी करवाते हो
साँसों में ठेहराव आने लगा हैबेचैन दिल कही जाने लगा है -
साँसों में ठेहराव आने लगा हैबेचैन दिल कही जाने लगा है
मेरे ख्याल में अपना ध्यान रखना भूलते जा रहे होखुदको मेरे करीब और करीब करते जा रहे हो -
मेरे ख्याल में अपना ध्यान रखना भूलते जा रहे होखुदको मेरे करीब और करीब करते जा रहे हो
कहा आता है आजकल के आशिक़ों को निभानासीखे है स्कूल से जो क्लास से रूम मे आना जाना -
कहा आता है आजकल के आशिक़ों को निभानासीखे है स्कूल से जो क्लास से रूम मे आना जाना
अतित् से कहा निकलने देती है ये दुनियाकुछ वक़्त बाद रावण बना ही देती है ये दुनिया -
अतित् से कहा निकलने देती है ये दुनियाकुछ वक़्त बाद रावण बना ही देती है ये दुनिया
चाह कर भी उन्हे बता नही सकताअपनी गलतियों को सही ठेहरा नही सकता -
चाह कर भी उन्हे बता नही सकताअपनी गलतियों को सही ठेहरा नही सकता
मुझे बात करने का लहजा ना आता होलेकिन रिश्ते निभाना बखूबी जनता हु मैं -
मुझे बात करने का लहजा ना आता होलेकिन रिश्ते निभाना बखूबी जनता हु मैं