बिनय न मानत जलधि जड़, गए तीन दिन बीत।बोले राम सकोप तब, भय बिन होय न प्रीत।। - Suv_thehuman
बिनय न मानत जलधि जड़, गए तीन दिन बीत।बोले राम सकोप तब, भय बिन होय न प्रीत।।
- Suv_thehuman