या औरत उसका मन, उसका धन,
नहीं रह सकते क्या। रहे जैसे भी उसको पसंद
इस संसार में।। हर बात पर उंगली करना बंद करो
सुकून है, खुशी है, शांति से जीवन जीना सीख लो।
चैन है, आराम है, अकेला आदमी या औरत
तो क्यों लगी है आग, नहीं रह सकते क्या इस संसार में।
लोगों के पिछवाड़े में। नहीं रह सकते क्या इस संसार में।।
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