Main teri photo shareaam paa sakda ni asi sharman sangan wale aa
Mundi chad challa v de sakda ni asi kach diyan wangan wale aa
Tu bole jyada hasdi rahe SUKH likhdan bahla sad kurhe
Apan dono mile ik dooje nu mera good luck te tera bad kurhe-
Jiski Na Shakal Ibaadat Ho...
Woh Ishq Bhala Kya Ishq Hua,
Jis... read more
कभी हम यादों में
आहें भरते थे
मरने मराने की
क़समें लेते थे
वादे इरादों की लिखीं
जातीं थीं किताबें
सात जन्मों की चिल्ला कर
होतीं थीं मिसाल की बातें
धुआँ बन खामोश हुई फुस्स
दिलोजान लुटाने की आग
आसान नहीं ,ना निभा पाना
हर पल मुसीबतों में साथ ।
सिर्फ़ अपना नहीं
सोच माँगे सबका भला
कहना आसान ,अकेला कोई
कितनी दूर तक चला-
Mai roya hath bhi jode
Fir bhi tars na aaya unko
Aankhon mai aksh the meri
Jab koi dusra lene aaya unko
Bas ab jb bhi jau khuda ke dar par
Dukh na mile koi yahi khudaya unko-
वो मेरे दिल का टुकड़ा था ,
मेरी ज़ात का हिस्सा था !!
वो मेरे दर्द की कहानी थी ,
मेरे प्यार का किस्सा था !!-
हमने तो आज भी कोशिश करी थी बात करने की... पर ना जाने क्यों नाकाम रही...
हमने हर पल कोशिश करी तुझे अपना बनाने की.. पर ना जाने क्यों नाकाम रही...
हमने तो हर कोशिश करी तेरे संग दिन से रात करने की... पर ना जाने क्यों नाकाम रही...
हार के सारी कोशिशें की तुझे भूल जाने की... पर ना जाने क्यों वो भी नाकाम रही..-
टूटी सी जिंदगी , ये बता
तू ख्वाब उनके क्यूं सजाती है
जो मंज़िल मेरी है ही नहीं
उन राहों पे क्यूं चलाती है
चुपचाप गुज़र रही थी अब तक,
दिल में हलचल अब क्यूं मचाती है
खुशियां गर जो देनी ही नहीं
झलक खुशियों की क्यूं दिखलाती है
इतनी बेरुखी किस काम की,
गम के इतने ज़हर क्यूं पिलाती है ।।-
मैंने उदास होना क्या छोड़ा,
मेरी कलम मुझ से उदास हो बैठी है
मैंने हंसना क्या शुरू किया,
मेरी आंख आंसू खो बैठी है
और मुझ पर कुछ दिल तोड़ने का आरोप क्या लगा,
प्यार के मामले में मेरी किस्मत सो बैठी है
मैंने उदास होना क्या छोड़ा,
मेरी कलम मुझ से उदास हो बैठी है।।-
बहुत कुछ लिख लिख कर मिटाया है मैंने,
ठीक ना होने पर भी,
अपना हाल ठीक बताया है मैंने,
बात बात पर अपने दिल को बहलाया है मैंने,
अपनी सोच में ही खोकर ना जाने कितनी रातों को
जाग जाग कर बिताया है मैंने,
कोई समझेगा नहीं,
ये हाल मेरा, बस इसी फ़िक्र में
सबसे सब कुछ छुपाया है मैंने।।-
Tera ajj vi jikar hunda hai mere har ik alfaaz ch
Eh na sochi handiye ke tenu bhul gya
Apne baare puchde ne yaar mere saare ni
Mainu pta kaida sambhan mainu oh bechare ni
Tere baad nasheya wich injh kho gya
Sare kehna SUKh hun boht ho gya-