किसी दिन
किसी होटल के टेबल पर पोछा मारते समय
पढूंगा वर्तमान पत्र में छपी
कोई कविता और
चुरा लाऊंगा वो पन्ना
रोटियां बांधकर ले जाने के बहाने से,
या किसी महाविद्यालय में
चपरासी की नौकरी करते समय
विज्ञान प्रभाग के किसी विद्वत प्राध्यापक का खगोलीय सिद्धांत पढूंगा चुप के से...
-