कुछ लोग होते हैं जिन्हें हम अपनी जिंदगी समझ लेते हैं, इस नासमझी में बहुत कुछ खो देते हैं पर खुद को खो कर जिसे पाते हैं, वो हमारे जिंदगी जीने पर सवाल उठाते हैं क्या यही प्यार है? ये सोचने पर हम मजबूर हो जाते हैं और बारिश की तरह ये एहसास भी, बरस कर खत्म हो जाता है|