This poem is dedicated to my mother, her Death Anniversary date is 27th December.
आज ही के दिन उस खूबसूरत पल का साया था,
जब अन्तिम बार मैने अपनी माँ का प्यार पाया था,
माँ ने अन्तिम बार प्यार से मेरा सर सहलाया था,
नहीं पता था अगले दिन मनहूस घड़ी आ जायेगी,
मेरी माँ को अपने साथ वो सदा के लिए ले जाएगी,
सब कुछ मिल सकता है पर मुझे माँ का प्यार नहीं,
माँ के आँचल से बेहतर दूजा कोई संसार नही- :- रूह
26 DEC 2018 AT 23:10