दफ़न हो गया वो क़िस्सा हमारा,
जिसे कहते थे हम कभी, हिस्सा हमारा…-
Sandeep Sethi
(©Sandeep Sethi)
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Writer by Heart 💖 & photographer by eyes is what's sums me.I Love to write motivational q... read more
Joined 25 May 2021
8 SEP AT 18:01
महख़ाने के जाम में तू,
मेरी सुबह, मेरी शाम में तू,
मेरी धड़कन, मेरे पैग़ाम में तू,
जब तक ज़िंदा हूँ, मेरी हर बात में तू,
और जब मैं ना रहा, तो रहे मेरी याद तुझमें कहीं,
बस यही है आख़िरी आरजू …-
5 SEP AT 23:21
बंजर ज़मीन की ख्वाहिश तो बस इक बरसात थी,
कौन जानता था ले डूबेगी हमे ,वो अँखिया जो सैलाब थी ।-
24 AUG AT 13:12
हर रिश्ता जिसकी राह में बिछा दिया,
जाने क्यों उसने ही , हमसे हर रिश्ता ही मिटा दिया ।-
23 AUG AT 17:08
जिसकी किताब के हर पन्ने पे नाम हमारा था,
कौन जानता था, कुछ पन्नो में ही सिमट जायेगा
ऐसा नसीब हमारा था ।-
31 JUL AT 0:36
लाख ताले लगाओ इस दिलो दीवार पर,
चुरा ही लेता है ए दिल, सच्चे दिल की पुकार पर ।-