21 MAR 2019 AT 21:11

पोथी पढ़ पढ़ कर जग मुआ ,
पंडित भयो ना कोई ,
ढाई अक्षर प्रेम के,
जो पढ़े सो पंडित होए.
-कबीर दास

- © सदफ़