हर रात अंधेरे मे जब बैठ जाती हू तन्हाई मे मात्र शराब की बोतले खाली हो जाती है पर दिल से तेरी यादे नही - Roshni Borana
हर रात अंधेरे मे जब बैठ जाती हू तन्हाई मे मात्र शराब की बोतले खाली हो जाती है पर दिल से तेरी यादे नही
- Roshni Borana