हारना तो लाज़मी था!
हीरे को ठुकरा के
पत्थर को ढूंढ़ने निकले थे,
हारना तो लाज़मी था!
बेहतरीन को छोड़ कर
बेहतर की तलाश में निकले थे,
हारना तो लाज़मी था!
फरिश्ते को ठुकरा कर
इंसान की खोज में निकले थे,
हारना तो लाज़मी था!
वफ़ा को नज़रंदाज़ कर
बेवफ़ाओ में वफ़ा ढूंडने निकले थे ,
हारना तो लाज़मी था!
मोहब्बत को नज़रअंदाज़ करके
धोखेबाज़ों में मोहब्बत ढूंडने निकले थे,
हारना तो लाज़मी था!
सच्चे दोस्त को ठुकरा के
दुश्मनो पर भरोसा करने निकले थे,
हारना तो लाज़मी था!-
He's a powerful ally
who'd take a bullet for you
but a dangerous opponent
who'd send shivers down your spine !-
Trust me dear superstitious folks,
Black cats are not half as 'evil' as
those humans' tainted hearts
who commit heinous crimes,
without a sweat of regret or penance.-
Some humans are scarier than ghosts.
And I mean their squalid souls,
resembling ghouls.-
Some frustrated losers like to drag people
into their own darkness.
Sorry, but I'm too illuminated to be
dragged into darkness.
I like to bring happiness around.
I like to turn my pain into POWER
for everyone, not just me.
-
I've seen sinners
apologise to God
for their sins everyday
without fail
while pretending to be
saints amongst the society,
devoid of repentance.-
जब जब दुनिया तुमको
अपनी राजनीति में घसीटे और
उस हर घड़ी के लिए
जो तुमको अंदर कुछ खाये जा रहा हो।
जब तुम्हारी "हज़ार" अच्छाइयों को नज़रअंदाज़ करें और
गिनाएं 10 ख़ामियां 100 बार ज़ोर शोर से
तो ये याद रखना -:
वो हर पल तुम्हारी कोशिशों के लिए,
वो दुनिया की राजनीति में
अपना वजूद पाक बनाए रखने के लिए,
वो अपने अंदर के बच्चे को जिंदा रखने के लिए,
वो हज़ार बार ग़लत समझे जाने के बाद भी
सबका भला करने के लिए,
दुनिया को पहले, खुदको आख़िर में रख कर
सबका पहले अच्छा सोचने के लिए,
वो दूसरे को माफ़ करने के लिए
उन् गुनाहों के लिए जिनकी माफ़ी कभी ना सुनी हो,
वो हर बार गिर कर उठ के संभलने के लिए,
वो हज़ार गम के बीच मुस्कुराने के लिए,
वो तोड़े जाने के बाद भी जीत का जज्बा जिंदा रखने के लिए,
वो इतने घोर कलयुग में भी इंसानियत को जिंदा रखने के लिए...
आप सभी को ..
🫡🫡 "शाबाशियां" "शाबाशियाँ" "शाबाशियां"👏👏👏-
जब जब दुनिया तुमको
अपनी राजनीति में घसीटे और
उस हर घड़ी के लिए
जो तुमको अंदर कुछ खाये जा रहा हो।
जब तुम्हारी 1000 अच्छाइयों को नज़रअंदाज़ करें और
गिनाएं 10 ख़ामियां 100 बार ज़ोर शोर से
तो ये याद रखना -:
(Read full poem in caption)-