**दिल की बातें जब कहना चाहती हूँ,**
**शब्द खो जाते हैं, आँखें बोल उठती हैं।**
होंठ सिल गए, पर दर्द ना छुपा पाए,
हर आह में मेरी दास्ताँ छुपी है।
काग़ज़ पे लिखूँ तो स्याही रुलाए,
बेज़ुबाँ दिल की जुबाँ क्या समझे?- 💖Rҽʂԋɱα💕Pαɳԃҽყ💖
26 JUL AT 11:35
**दिल की बातें जब कहना चाहती हूँ,**
**शब्द खो जाते हैं, आँखें बोल उठती हैं।**
होंठ सिल गए, पर दर्द ना छुपा पाए,
हर आह में मेरी दास्ताँ छुपी है।
काग़ज़ पे लिखूँ तो स्याही रुलाए,
बेज़ुबाँ दिल की जुबाँ क्या समझे?- 💖Rҽʂԋɱα💕Pαɳԃҽყ💖