तू लिखता है मुझको, ये ही तो मुहब्बत है!बस एक गुज़ारिश है, मेरा नाम न कह देना!मैं मिल ना सकी तुझको, इस बात का ही गम है! मैं आज भी कहती हूँ, मेरी आँख अभी नम है! - #ranjansinghpoetry
तू लिखता है मुझको, ये ही तो मुहब्बत है!बस एक गुज़ारिश है, मेरा नाम न कह देना!मैं मिल ना सकी तुझको, इस बात का ही गम है! मैं आज भी कहती हूँ, मेरी आँख अभी नम है!
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