1 MAR 2019 AT 20:50

तू लिखता है मुझको,
ये ही तो मुहब्बत है!
बस एक गुज़ारिश है,
मेरा नाम न कह देना!
मैं मिल ना सकी तुझको,
इस बात का ही गम है!
मैं आज भी कहती हूँ,
मेरी आँख अभी नम है!

- #ranjansinghpoetry