Rakesh Singh Sidar   (rakeshsinghsidar)
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Joined 21 December 2018


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Joined 21 December 2018
31 AUG 2024 AT 17:02


NEP 2020

मैं इंजीनियरिंग की डिग्री लेकर
कार्डियोलोजिस्ट (हृदय रोग विशेषज्ञ)
बनना चाहता था . . .
पर मैं Law में कमजोर था,
क्योंकि, मुझे संस्कृत नहीं आती थी ।

अब जबकि मैं BA करके MSc कर सकता हूं
तो फिर
नेता बनके देश की सेवा
क्यों नहीं कर सकता . . . . 🙃


आप ही बताइए . . . 😋

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13 AUG 2024 AT 23:03

कैसे बताऊं कि मैं कैसा हूं।
तुम जैसा सोचो वैसा हूं।


I Think, therefore I am...

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8 NOV 2023 AT 23:30

बर्दाश्त कर लेने की मज़बूरी . . .

सच बोल न पाने की कायरता . . .

अनदेखी कर देने की विवशता . . .


Tragedy of Human being !

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28 SEP 2023 AT 23:31

भले ही आप:

चांद छू लो . . .
मंगल छू लो . . .
शनि छू लो . . .

या पूरा ब्रम्हांड छू लो . . .


" संचार तंत्र के ब्रम्ह पुरुषों "
और
" विज्ञान के पुरोहितों "

से मेरा विनम्र 🙏🏼 निवेदन है
कि कम से कम घर के अंदर अच्छा Network दे दें।

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17 SEP 2023 AT 18:53

टूटी कश्तियों को फिर संवारने लगा हूं।

वो कागज़ के नाव समुंदर में उतारने लगा हूं।

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23 AUG 2023 AT 23:44

dear Mama

हमारी धरती मां प्राकृतिक आपदाओं से
तड़प रही है,
इंसानों ने अपने स्वार्थ के लिए
प्रदूषण, वैश्विक उष्णता, सुनामी, भू स्खलन, और न जाने क्या क्या तोहफ़े दिए हैं इस धरती को।

न तो खुद सांस ले पा रहे हैं और न ही मेरी मां . . .


मामा ! आप अपना ख्याल रखना।

कदम पड़ चुके हैं . . . .

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9 AUG 2023 AT 22:01

We are INDIGENOUS !


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6 AUG 2023 AT 11:34

यार... यारी ....याराना
Dedicated to all my friends...
तुम दोस्त भी अजीब हो यार ....
तुम्हे क्या लगता है...कि सिर्फ तुम ही याद करते हो,
हम नहीं.... ।
सिर्फ तुम ही याद कर मुस्कुराते हो,
हम नहीं..... ।
गलतफहमी में जीते हो यार ,
कालेज से TC ले जाने से....क्या कभी कम हो जाता है प्यार
तुम दोस्त भी अजीब हो यार...
कोई कैसे भूल सकता है......स्कूल, कालेज की कहानियों को,
गलियों में दौड़ लगाते,बचपन की नादानियों को
कोई कैसे भूल सकता है....बैंच के उन शोरों को,
चश्में लगाकर class में बैठे उन घोड़ो को ।
कोई कैसे भूल सकता है.....मैदान मार कर बैठे हम निठल्लों को
सिनियरगीरी दिखाते उन आइन्स्टाइन के लल्लो को...
कोई कैसे भूल सकता है....
घर के आँगन जैसा...दोस्तों का ये बाजार
तुम दोस्त भी अजीब से यार....
मन में चाहे कुछ भी है...पर दिल में तेरी सच्चाई है,
राह चलते कितने झगड़े,...पर तू अपना ही भाई है,
राह बदले ..... यार बदले ,पर नही बदला ये याराना ...
अब न जाने किस जनम मिलेगा वह साथ  पुराना
व्यस्त रहो तुम, मस्त रहो तुम....जो भी जीवन तुम जीते हो,
जहां चलो  ..... चलें कहीं भी जाओ, साथ खड़े तुम ही होते हो
तुम ही माँ की डाट हो..तुम ही पिता की मार,
तुम दोस्त भी अजीब हो यार...!!!
Thank you so much for being a part of my life.

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23 MAR 2023 AT 8:44

तुम जानों. . . .





(Read in caption)

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1 JAN 2023 AT 12:47

फिलहाल के लिए आज Data Off करते है।

ज़िंदगी भर की सारी  Cache File
चलो आज साफ करते है

नए साल में अब तो ख़ुद को Update कर लो

इसी बहाने आज से ही एक शुरुआत करते है।

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