23 FEB 2018 AT 9:28

हर तरफ एक टूटता तारा नज़र आता है,
खड़ा हूँ इस पार पर फिर भी वो किनारा नज़र आता है।
जाने को उस ओर नैया है मेरे पास ,पर क्या करूँ
डूब के उस पार जाने का एक ख़्वाब नज़र आता है।।

- राज राजीव...