उड़ान लगानी पड़ी आसमानों में,
ज़मी पर अब सुकूनों से बैठा नहीं देख सख्ते !-
• never say never •
Kerala ~
उड़ान लगानी पड़ी आसमानों में,
ज़मी पर अब सुकूनों से बैठा नहीं देख सख्ते !-
भीगता हूँ,भीगते अरमान,भीगते समुंदर,
तुम जानो दिल में,मेरा दिल रहता तेरे अंदर !-
आप के बालों की तरह आप को सम्भाललूँगा,
आप चले आओ दिल में आहिस्ता आहिस्ता !-
तुम मुझे डूब जाने दो तुम्हारी आँखो में,
तुम मुझे पढ़ती रहो,मैं तुम्हें बेताब लिखता रहूँ ।-
मुझें भ्रम् हैं,मुझें नींद नहीं आती,
मुझें सुला दिया जाता है,जिम्मेदारियों से ।-
मोहब्बत मिलती है बार बार तुम्हारे नाम की,
तुम्हारे नाम को मोहब्बत नही होती, तुम्हें देख के !-
एक प्रेम की डोरी अदृश्य बन बैठी है,
मेरे शर्ट का टूटा हुआ बटन,तुम लगाना भूल जाती हो !-
प्रेम से भी,भक्ति से भी तुम्हे पाएंगे,
तुम दिवाली बनके रहना,हम राम जैसे आऐंगे !-
मैं क़लमकार हूँ, मैं स्वाभिमान रखूँगा,
लोग है, लोग अपनी अपनी बात रखेंगे !-