रुक सी गई है धड़कन
जिस दिन कलम आवाज देगी
उस दिन यहां फिर से मुलाकात होगी।-
कभी कभी सपने पूरे होते है,
बस वो उस तरह से पूरे नहीं होते
जिस तरह से हम ने देखे होते है।-
मेरी मिली दी आज
पूरे चार साल की हुई है
हां अभी अभी
बोलना सीखा है
लेकिन बातें देखो
कितनी बड़ी बड़ी करती है
और कुछ पसंद नही
आया तो रूठ भी जाति है
वाय क्यू दीदी की तो
इन्होंने नाक में दम करके रखा है,
रोज ऐसे ऐसे सवाल करती है के
वो पढ़कर बिना लाइक कॉमेंट किए
ही भाग जाती है।-
कभी कभी ऐसा लगता है
तुम्हे भुलाने के लिए
हमारी सारी यादें पन्नों पर उतार दूं,
पर फिर लगता है
ऐसा करूंगी तो तुम मुझे ज्यादा याद आओगे
और मुझे तुम से फिर से प्यार हो जाएगा-
पछतावे को
फिक्र को
खुश रखने को
रिश्ता निभाने को
प्रेम नहीं कहते है,
प्रेम "प्रेम" होता है।-
मेरी कोई मंजिल नहीं है
ना मैं किसी रास्ते पर चल पड़ी हूं
ना पैसे कमाने का जुनून है
ना दुनियां भर में नाम होने की चाहत है
कुछ भी नहीं है मुझ में
खाली हूं, या कहो इन सब से मुक्त हूं-
आज का दिन मेरे लिए बहुत खास है
इसी दिन भगवान ने आबाद भी किया
और इसी दिन भगवान ने बरबाद भी किया
दोनो वक्त में बस कुछ सालों का अंतर है
कुछ यूं समझलो पहले अमृत दिया
और फिर जीते जी मरने के लिए
जहर दे दिया-
सपना शुरू ही हुआ था
के आंख खुल गई
फिर हम कैसे सोते
रात के बाद सुबह
और सुबह के बाद फिर रात हो गई-