भावनाओं को दिल के कारावास में कैद कर दिया है,
मन-ही-मन उन स्मृतियों का आंखों के सामने आ जाना,
मोह भरे इस संसार के मायावी जाल ने,
मेरी प्राथमिकताओ को विकल्प बना दिया है.....
~पूर्णिमा पंडित-
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थककर इस दुनिया से खुद को किनारे कर लिया है
लोग कहते हैं तुमने घर आना कम कर दिया है....
सच कहूं तो पुरानी यादों के जख्म फिर ताजा हो गया है-
यादों के महकते एहसास के आस में,
कमरे में पड़ा अलमारी खाली पड़ी है।
तुम्हारे पसंद के रंग की सलवार खरीद लाई हूं मैं,
मगर उसके दुपट्टे में तुम्हारा महक आना अभी बाकी है।
~पूर्णिमा पंडित
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कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ
किसी की आंख में हमको भी इंतजार दिखे।
~गुलजार
इन आंखों को तेरा ही इंतजार रहता है
तुम आते हो जब महफिल की शाम सजाने
छुप-छुप कर तेरे दीदार से इन आंखों को करार मिलता है।
~पूर्णिमा पंडित
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नसीब से जो उसका साथ मुझे मिला है
सही मायने में प्यार में समर्पण का सार समझ आया है।
उसके आने से जिंदगी को मैंने जीना सीखा है
सही मायने में अब सच्चे प्रेम का तात्पर्य समझा है।
प्रेम के रस को कैसे पिरोया जाता है
जज्बातों और एहसासों को कैसे प्रेम का सफरनामा दिया जाता है
सही मायने में अब समझ आने लगा है।
प्रेम के रिश्ते में बंधकर मिलो दूर है उससे हम
आज तक एक दूसरे से रूबरू हुए नहीं है दोनों
मगर दूर होकर भी प्रेम निभाया कैसे जाता है
सही मायने में अब निभाने आने लगा है।
पाकर उसे खुशकिस्मत मेरा जहान हो गया है
अब लगता है सही मायने में मुझे प्यार हो गया है।
~पूर्णिमा पंडित।
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तन्हाइयों के आलम को पीछे छोड़ कहीं
मोहब्बत की गलियों में सरेआम हो गए हैं हम
अब मेरे हर ख़्वाब की तसल्ली, मेरे हर जिक़्र में नाम तुम्हारा ही है......
माना कई पुराने मकान के किराएदार रह चुके हो तुम
मगर तुम्हारे अतीत से कोई वास्ता नहीं होगा मेरा
मैं तो तुम्हारे आने वाले कल का खूबसूरत अंजाम बनूंगी तुम्हारे आज में तुम्हारे हर कदम की हमराही बनूंगी......
मुतआल्लिक इस रिश्ते को हम साथ मिलकर नई राह देंगे
मोहब्बत के किताबों में हम अपने आज को अतीत बनाकर हमारी दास्तां कैद करेंगे.....
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Dear girls stop being egotistic
Success is all yours it doesn't mean you are the only one.
Remain what you are.....
No need to show off your personality
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All girls want to be independent
But, only in front of his man she urge to be dependent...-
I am not afraid by the people present around me....
I am afraid of getting too attached with someone....
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