मुकाम यूंही नहीं मिला करते,आसमान तक पहोंचने के लिए रास्तों की शरुआत जमीन से ही होती है । - Priya Jain✍📖
मुकाम यूंही नहीं मिला करते,आसमान तक पहोंचने के लिए रास्तों की शरुआत जमीन से ही होती है ।
- Priya Jain✍📖