आज घर से बाहर नहीं निकल पाऊंगी मैं,अकेलापन मुझे अपनी बाहों में जकड़ कर बैठा हैनादान, मेरे इश्क में बावला हो गया है.... - PSB
आज घर से बाहर नहीं निकल पाऊंगी मैं,अकेलापन मुझे अपनी बाहों में जकड़ कर बैठा हैनादान, मेरे इश्क में बावला हो गया है....
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