Prerna   (Prerna)
194 Followers · 11 Following

मुस्कुरा रही हुँ...गिर कर...संभल कर,
मेरे हौंसलों का इम्तेहान अभी बाकी है....
Joined 18 May 2017


मुस्कुरा रही हुँ...गिर कर...संभल कर,
मेरे हौंसलों का इम्तेहान अभी बाकी है....
Joined 18 May 2017
19 APR AT 18:02

Out of all the experiences that I have had with you; waiting for you to return is the strangest.

I mean, what is the right duration of wait?

"Is it enough? Shall I move on?" I always think.
"Will I be able to?" Come on; whom am I kidding?

I longed for your love, your presence, your touch...
Friends told me I will get over you; but nothing happened as such.

Every day I wake up with a dream to see you again...
Well not every day; sleep rarely favors me, but you know what I mean...

This summer will break all the records, the newspaper read today....
But I see the farmers, still calm, as if they are fooled; it is going to rain the next day.

Or maybe, they are not afraid of the wait.

The night waits for the day,
The traveler doesn't mind the delay,
When extremity hits; people pray,
And even if the beloved leaves, memories stay.

So, trust me, I can't and I won't debate;
Just tell me, what is the right duration of wait?

-


2 JAN 2023 AT 20:11

हम नए वर्ष में प्रवेश कर चुके हैं...
और दिन की शुरुआत हुई, उस छत की सफाई से;
जिसने कल रात हमारे जश्न की इंतहा देखी ।
तीतर- बितर गुब्बारे, आधे मुरझाए फूल, और कल रात के बोनफायर के बाद की राख, जिसके इर्द-गिर्द ही कल महफिल सजी थी ।।

मैं मानती हूं, हर रिश्ते की एक उमर होती है,
उस अवधि के दौरान, वो रिश्ता भी ऐसे ही एक जश्न की भांति होता है;
उसमे अपनेपन की खुशबू होती है, हंसी की खनखनाहट होती है, साथ बांटे परेशानियों की ताकत होती है, और टूट रहे संबंध की तकलीफें होती है ।

मुझे यह तो महसूस होता था,
कि तेरे साथ गुजरी मेरी चंद शामें भी, किसी जश्न से कम ना थी;
बस इस बात का एहसास आज हुआ है,
कि खुद को समेट लेने के लिए, मुझे रात के एक अंधेरे से तो गुजरना ही पड़ेगा !





-


29 AUG 2022 AT 17:52



तुम्हें ढूंढना और पाना अब मुमकिन नहीं; शायद इसलिए वक्त के साथ मिले अनुभव में, पीछे छूट गए सवालों के जवाब ढूंढती हूं ।

( कैप्शन में पढ़ें )


-


16 JUL 2022 AT 19:46

जाते - जाते तुमने कहा - " मेरा इंतजार मत करना, बेवजह और अकस्मात मौसम बदल सकता है, मेरा मिजाज़ नही !"

( कैप्शन में पढ़ें )

-


5 JAN 2022 AT 19:57

बनारसिया

( कैप्शन में पढ़े )

-


31 DEC 2021 AT 21:21

क्यूं मानूं इसे मैं आखिरी महीना, आखिरी दिन, आखिरी पल;
दिसंबर में तुमने मुझे,पहली जनवरी सी मोहब्बत दी है !

-


20 DEC 2021 AT 1:46

क्या कँपकपाँती रातों में, सिमटे नहीं हैं बाँहों में ?
वो जो दिसम्बर के महीने में, महबूब से रूठ जाते हैं !

-


3 NOV 2021 AT 21:06

प्रेमपत्र

( कैप्शन में पढ़े )

-


28 SEP 2021 AT 3:18

इस तरह तेरा साथ, अब निभाना है मुझे,
ताउम्र अपना दर्द, छुपाना है मुझे;

गवारा नही, तुझे कोसे मेरे बाद कोई,
तेरी तारीफ में ही, हर नज़्म सुनाना है मुझे;

कि बनी रहे जमाने में, मोहब्बत पर यकीं सदा,
चंद बेवफाईयों को, अंदर ही दफ़न कर जाना है मुझे;

मैनें युँ ही माना है, मुकम्मल मेरे इश्क को,
तुझे चाहने की खातिर, तुझे पाना नही मुझे !

-


22 JUL 2021 AT 16:14




चुल्हे पर जलती, पुछती है घर की बेटियाँ,
क्युँ बेटे ही कुल का दीपक कहलाते हैं ?

-


Fetching Prerna Quotes