16 OCT 2019 AT 19:34

सच्चाई छुप नहीं सकती, बनावट के उसूलों से
कि खुशबू आ नहीं सकती, कभी कागज़ के फूलों से

मैं इन्तज़ार करूँ, ये दिल निसार करूँ
मैं तुझसे प्यार करूँ, ओ मगर कैसे ऐतबार करू?
झूठा है तेरा वादा!

- P