21 SEP 2017 AT 8:15

ख़ामोश हो जाता हूं अक्सर मैं,
तेरे एक ही इशारे पर,
क्योंकि ये दिल आज भी,
किसी और को अपनाने को राजी नही...

- प्रमोद कुमार भंडारी

- Bhandari 'ज़ख्मी'