वो तो जाहिर हो ही जाता है
लबों से ना कहो चाहे कुछ भी
आंखों से बयां हो जाता है
बन जाता है ये ज़िंदगी का हिस्सा
दिल की हर धड़कन में,
ये बस जाता है
हैं ये एक मीठा सा गीत
जिसे इश्क करने वाला दीवाना,
हर लम्हा गुनगुनाता है
एक बार गर ये हो जाए
ज़िंदगी भर ये साथ निभाता है
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