अमावस कि रात से तुम, आया करो, दिया बन कर कि अन्धेरें में हम जल रहें आज भी है| - Pooja khatkar
अमावस कि रात से तुम, आया करो, दिया बन कर कि अन्धेरें में हम जल रहें आज भी है|
- Pooja khatkar