कुछ तो,
बात होगी,
तेरे खारेपन में ए- समंदर,
वर्ना हर मीठी नंदी समंदर से मिलने नहीं आती...-
अगर जिद होती तो शाम तक बाहों में होती...
Mard Sirf Sukoon Chahta Hai...
Fir Saamne Nasha ho ya Mohabbat..😐-
पहचान तुम्हारी,
सिर्फ काबिलियत से ही होगी,
यूं शीशे में खुद को सवार कर,
वक्त जाया न करो ।।-
आवाज़ थोड़ी नीची होगी शब्द निकलेंगे प्यार में,
आज माँ की तस्वीर दौड़ेगी,
दिखावे के बाज़ार में...
जिन्होंने हमे लिखा है और हम भला उनके बारे में लिखने चले है ।।
😢-
एक रात एक बात लिखूंगा,
खुद को दाग तुमको साफ लिखूंगा...
हकीकत में तू कभी मिलेगी नहीं,
एक किताब में अपनी मुलाकात लिखूंगा..!!
😓-
किसी ने कहा मोहब्बत बहुत रुलाती है,
मैंने कहा गरीबी देखी है कभी...!!-
यदि वो तुम्हें बेहतर,सुंदर,और सरल नहीं कर रहा हैं,
तो वो चाहे जो भी हैं,
प्रेम नही हैं।।-
कहते हैं
पानी की भी याद होती है,
बहता है...
तो रहता है खुश।
ठहर जाए तो सड़ने की शुरुआत होती है।
अपनी पर आए तो काट दे पत्थर,
वरना तो बस जमने और उबलने की बात होती है।.-
हमारा महान राष्ट्र ज्ञान,
शक्ति और एकता के साथ चमकता रहे।
76 गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ!-