12 AUG 2019 AT 17:57






सिया राम मय सब जग जानी।
करहुँ प्रनाम जोरि जुग पानि।।
अब कछु नाथ न चाहिए मोहे।
दीन दयाल अनुग्रह तोहे ।।




- गान्धी ओमप्रकाश