28 MAY 2019 AT 22:10

वो गैरों के बाहों में क्या गये
ईद के चांद हो गये
हम सोच रहे थे उन्हें भूलना मुश्किल होगा
पर वो जाते ही अपने यादों के दरवाज़े भी
बन्द कर दिये।

- Nitin