गिले-शिकवे मोहब्बत में चलते रहेंगे
हम बिछड़ कर यूँही मिलते रहेंगे
हौसला काम न होगा हमारा कभी
वक्त बेवक्त मौसम बदलते रहेंगे
किस्मतो का कहर चाहे जितना
भी हो हम अंगारों की तरह सलुगते रहेंगे
तुझे देखकर जो ना लिख सकू शायरी मैं तो ये कमाल तेरी खूबसूरती का होगा भूल जाऊं खुद को या खो दूं होशहवास मैं तो ये काम भी तेरी खूबसूरती का होगा होंगे जो कत्ल भरी महफ़िल में तेरे आने से फिर इल्जाम भी तेरी खूबसूरती पर होगा