तेरी तो मूल्यवान है
इक छोटी सी बिंदी,
जिसके बिना चिंता भी चिता हो जाए,
आत्मा ही शरीर से जुदा हो जाए,
अच्छा खासा जाने कब सो जाए,
और सोता हुआ कब कहां खो जाए,
दिनांक है आज चौदह सितंबर,
तो झूम उठा है शब्दों का अंबर,
दिन है आज इतवार,
इतिहास भी गवाह है कि,
हिंदी पर है सबको ऐतबार,
अंग्रेज भी जिस शैली को अपनाने
स्वतः ही हरबारी हो जाते विवश,
तो क्यों न हम हिंदुस्तानी अपनाकर अपनी मातृभाषा
मिलकर मनाएं आज हिंदी दिवस! राष्ट्रीय हिंदी दिवस!!
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NITESH GOUTAM
(Goutam Nitesh)
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गौतम नितेश ~ [नितेश गौतम]...
मध्यप्रदेश, जिला कटनी के ग्राम–गुलवारा निवासी हैं! शुरुआती शिक... read more
मध्यप्रदेश, जिला कटनी के ग्राम–गुलवारा निवासी हैं! शुरुआती शिक... read more
Joined 17 June 2021
14 SEP AT 14:57
4 SEP AT 19:36
मेरी डूबती कश्ती को किनारा तो दे दो
साथ जिसके बीते बाकी जिंदगी का सफर,
ए-खुदा मुझे भी कोई ऐसा सैयारा तो दे दो!-
31 AUG AT 8:45
जिंदगी से बात करके देखो
लोगों से मिलना तो लगा रहेगा
कभी खुद से भी मुलाकात करके देखो-
27 AUG AT 18:07
कि मुझ पर जरा भी
नहीं उसकी इनायत है,
कैसा तेरा सितम है, ए–ज़िंदगी!
की हर तरफ कयामत ही कयामत है!
बस कयामत ही कयामत है!!-
27 AUG AT 10:24
वो हैं बेहद ही विशेष
और अब तो आई है वह शुभ तिथि
जिसमें हमसब मना रहे गणेश चतुर्थी
तारीख भी है आज सत्ताईस अगस्त
तो गणपति जी का पंडाल सजा है जबरदस्त
ऊपर से दिन भी है बुधवार
जो बन पड़ा है बेहद ही यादगार
क्योंकि आज घर—घर विराज रहे हैं विघ्नहर्ता
छवि ऐसे की सिर्फ एक बार देखने से मन नहीं भरता
जो पूरी करते हर मनोकामना रह जाती न कोई भी शेष
वो बच्चों को है बेहद प्यारे हमारे बप्पा श्री बाल गणेश!-