जिन रिश्तों के नाम से जिन्दगी चलती हो,
वो किसी खास दिन केे मोहताज नहीं होते|
हर रोज़ ही जो सर तेरे सजदे में झुकता हो,
वो शिखर पर पंहुचने के बाद भी अपना सवॆस्व नहीं खोते||
-
बंद पड़ा रहने दो इसे किसी पिटारे में,
बॉट देने से कौन सा आधा हो जाता है?
दर्द को छुपाना ही सही है,
बता देने से अक्सर तमाशा बन जाता है||
-
सीता ने पहली अग्नि परिक्षा दी,
तब बात राम केे सम्मान की थी|
और सब कुछ त्याग देना ही ठीक समझा,
जब बात आत्म- सम्मान की थी||
-
किसने सोचा था
भागती ज़िन्दगी में एक ऐसा दौर भी आएगा,
जब सब कुछ रुक जाएगा........
-
हैरान है दुनिया-
इन जटिल तूफानों में अढे रहने का जज़्बा कहाँ से आता है?
तो जनाब,
जब नियत साफ हो और इरादे नेक,
तब सामने कोई भी हो, लड़ने में बड़ा मज़ा आता है||
-
कुछ नहीं मिला तो नहीं मिला,
मैं क्यूँ शिकायत करुँ उस रब से भला?
जिसने मुझे बुरे वक़्त में भी किसी केे आगे हाथ नहीं फैलाने दिया,
ज़रुरत पड़ने से पहले सब कुछ दिया|
-
Sir,
I am a person who do not believe in investing time and money in movies.
But, while it come to your name, there was always a blind faith & assurance of full entertainment, value for money, learning & fun.
You will be always known & remember for your impeccable work.
You are irreplaceable and always will be.......
RIP-
सच ही तो है-
बिना उतार चढाव के रिश्ते गुलज़ार नहीं होते,
वो सलूक औरों केे साथ भी नहीं करने चाहिए,
जो खुद से बर्दाश्त नहीं होते||
-
दीपक खुद नहीं जलते बाती जलानी पड़ती है,
अंधेरों में रौशनी लानी पड़ती हैं|
ज़िद्द पकड़ लेने से कुछ हासिल नहीं हो जाता,
ज़िद्द निभानी भी पड़ती है||
-
ज़िंदगी की बेरंग तस्वीर में,
ख्वाबों का रंग भरना है|
मैं इस नील गगन का आज़ाद परिन्दा हु,
अभी बहुत उड़ना है||
-