जब सिर्फ हम थे तुम थे,दरमियां कोई ना था।
वक्त गुजरा लोग आते गए,
अपनी हरकतों से फासले बढ़ाते गए।
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मिले कई किरदार मुझे ❣️❣️
कुछ मीठे थे कुछ खट्टे थे,
कुछ तीखे से राह गुजर... read more
दिल की बात बयां जो कर देते।
तेरी खुशियों की खातिर तो हम,
हंसते हंसते किनारा कर लेते।
तेरी इक मुस्कान की खातिर
दिल जान न्यौछावर कर देते।
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कई ख्वाब सजाए थे इन आंखों में,
कुछ टूट गए कुछ बिखर गए,
कुछ कुचल गए हालतों के पांवों तले।
जिंदगी तेरे लिए
कई समझौते किए अपने सपनों के कब्रों पर,
फिर भी ना किसी को खुशियां दे पाई
और ना खुद ही खुश मैं रह पाई।-
If you could see what's inside my heart
You’d find a dying hope clinging to your memory
A thousand unsent messages buried with my pride
And a love that still aches in the silence you left behind-
बस इशारा कर दिया होता,
दिल चीज क्या है जां भी लुटा दिया होता।
तेरी खुशियां ही बस इक ख़्हहिश है मेरी,
उसकी खातिर हद से मैं गुजर गया होता।-
कोमल हृदय तुम्हारा प्रियतम,
मेरा तो हृदय पाषाण है।
तुम बोलो तो स्वरलहरी घुले,
मैं बोलूं तो विष समान है।
तुम हो सदा सर्वदा सत्यवचना प्रिय,
मैं तो झूठ पिटारा हूं।-
अब मेरे लबों पर,
चाहे जितना दर्द दे जमाना।
क्योंकि अब मेरे सीने सीने में दिल नहीं धड़कता
बस सांसे चल रही हैं।-
ऐसा तो पहली बार नही है,
आहत मन पहली बार नही है।
कुछ अपने और परायों से,
स्वाद चखा कई बार यहीं है।
फिर मन तू क्यों रोता है...?
ऐसा तो अक्सर होता है।
निर्मेश-
सब्र का दरिया छलक चुका है।
पर अब भी ना कुछ बोलेंगे,
हरदम की तरह होठों को सी लेंगे।
पर... एक अनदेखी दीवार हमारे बीच अब है।
स्वाभिमान की खातिर मजबूर हैं,
एक दूसरे से कोसो दूर हैं।-